Friday, August 1, 2014

Hi Porgi Konachi - Marathi Song Doivari Chandra -Nirmiti Sawant, Arun Nalawade, Ranjit Jog, Kadambari Desai


 
(डोई  वरती  चंद्र  माळूनी
घे  पदरावर  चंम चंम तारे
हाती  बांगड्या , हिरव्या  हिरव्या
हळदी  उन्हाचे  गंधीत  वारे ) - 2
सोन  साजरी  पिवळी   पिवळी  
सजली  नटली  नवरी  रे
काजळ  भरले  आतुर  डोळे
सजना  विन  का  बावरले
आर  र  र  कशी  गोरी  मोरी
गोरी  मोरी  नवरी  लाजली
 ऐय्ययो  ऐय्ययो
नजर  न  लागो  ऐय्ययो
 ऐय्ययो  ऐय्ययो 
तुला  नजर  न  लागो   ऐय्ययो  
हाय  हाय  हाय  ऒय   ऒय ऒय

कळीची  बघता   बघता
सोनुली  मुलगी  झाली
पंखुडी  होती  कोवळी 
तिची  फुलराणी  झाली
भ्रमर  राजाला  त्याची
सुघांधीत वार्ता  गेली
प्रेम  रोगाची  बाधा
राणी  राजाला  झाली
कहाणी  प्रेम  दिवाणी  चार  चौघात  गाजली  - २
आर  र  र  कशी  गोरी  मोरी
गोरी  मोरी  नवरी  लाजली
ऐय्ययो  ऐय्ययो
नजर  न  लागो ऐय्ययो
ऐय्ययो  ऐय्ययो
तुला  नजर  न  लागो   ऐय्यायो

आई  होण्याची  आशा
मनाने  धरली  होती
गाठ   लग्नाची  माझ्या 
नशिबी  लिहिली  नव्हती 
नियतीने  किमया  केली  - २
पोर  ओटीत  घातली
लाडकी  माझी  बाई 
बोहाल्याकडे  चालली
हो  ओ  ओ  ओ 
असे  का  काळीज  तुटते , ऊगा  का  काहूर  उठते  - २
वाटते  जणू  स्वतःची  पोर  सासरी  निघाली
आर  र  र   र  र  र
ही  ही  ही  ही
(दिसला  दिसला  साजन  दिसला 
नजर  भेट  हि  लाजरी ) - २
(राजस  चिकणी  थक्क  देखणी
नवर  देवाची  हि  स्वारी ) - २
आर  र  र  कशी  गोरी  मोरी
गोरी  मोरी  नवरी  लाजली
(ऐय्यायो  ऐय्यायो
नजर  न  लागो  ऐय्यायो
ऐय्ययो  ऐयय्यो 
तुला  नजर  न  लागो  ऐय्ययो ) - २ 

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